लेखनी कहानी -23-Aug-2022#दैनिक प्रतियोगिता के लिए #मेरी जान तिरंगा है

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ए वतन ,ए वतन हमको तेरी कसम ,तेरी राहों मे जां तक लुटा जाए गें।ए वतन ,ऐ वतन।" रामरती ईंटों के भट्ठे पर बैठी ईंट बना रही थी । नन्हा चीकू  ...

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