लेखनी कविता -23-Aug-2022

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तेज़ किरणों की तपन और यह गर्म धरा इस गर्मी से हो रहा प्रत्येक मानव अधमरा जंगल काट कर पहले बना लिए आशियाने लगा सेक कुदरत का तो लगा आंसू बहाने ...

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