संदीप की डायरी

1 Part

369 times read

26 Liked

भाद्रपद मास, 24/08/22 दिन, बुधवार, संध्याकाल,, सखी जयश्रीकृष्ण।। आज तो अनर्थ हो गया सखी,, सरस्वती  भी बिक गई।। या कहू  कि खिलौना हो गई।।खैर खिलौना तो वो थी ही बिकना सही ...

×