लेखनी प्रतियोगिता -24-Aug-2022

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रात्रि के दूसरे पहर जब दुनिया सोती है मेरे मन जैसे कोई आहट होती है। दशमी का ये चांद भी मेरे जैसा लगता है वही अधूरापन लेकर जाने किस खोज में ...

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