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अस्तित्व बचपन से खुद को बांटती रही, कतरा -कतरा लोगों से जुड़ती रही। यह बात सिर्फ मेरी नहीं , सभी की आपबीती है। तेरी ,मेरी, उसकी, । सबकी, मैं कहती रही ...