1 Part
448 times read
22 Liked
शीर्षक = तारे है बाराती अनुपमा अपने कमरे की खिड़की के पास खड़ी आसमान को निहार रही थी। आज पूर्णिमा थी आसमान में चाँद अपने पूर्ण रूप में था और उसी ...