राहे है अनजान

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राहे हे अनजान  मंज़िलो पूछे है पता  रोक रोक राही को बोले है  बता दे तेरा ठिकाना है कहाँ !  आँखे है तेरी  जोश से भरी हुई  पदचाप की धमक से  ...

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