1 Part
236 times read
13 Liked
।। सोच ही तो है ।। सोच ही तो है आज यहां तो कल वहां है ।। कभी हो जाती परिपक्व तो कभी थोड़ा चंचल ।। कैसे अजब है सोच हमारी ...