सोजे-ए-वतन--मुंशी प्रेमचंद

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दुनिया के अनमोल रतन 4 दिलफिगार ने मेंहदी-रची हथेलियों को चूमते हुए खून का कतरा उस पर रख दिया और उसकी पूरी कैफियत पुरजोश लहजे में कह सुनायी। वह खामोश भी ...

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