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इश्क को तेरे रोशनी समझ बैठे सनम, दिल्लगी से तेरी ही ऐसे रूठे सनम। दिल के टुकड़ों को हमसे समेटा न गया, हिसाब मोहब्बत का तुझसे ही कह बैठे सनम।। #दैनिक ...