मिला दी ख़ाक में हर आह तब आयी है जवानी (रुबाइ)

1 Part

297 times read

10 Liked

तड़प   के   रह   गयी  थी  कब्र  में  मजरूह  जवानी ,  मिलेगी  ख़ाक  में  दुनिया हुई    दुनिया   ये    पुरानी !  हर   हुस्न   यहाँ  आग   है और    इश्क़    है  ...

×