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गीत मेरे अंतस में समाए, तुम सृजन की प्यास बन कर। जिंदगी मेरी सजा दो, तुम कोई अनुप्रास बन कर।। कर रहा हूं मैं निमंत्रित, जिंदगी में गंध भर दो। मन ...