काजल

1 Part

332 times read

22 Liked

यक़ीन तो यही है के काजल हो जाएंगे, और न हुए तो हम फिर जल थल हो जाएंगे। मैं लिखते लिखते हुशियार हो जाऊँगा, मुझको ये पढ़ने वाले सब पागल हो ...

×