मानसरोवर--मुंशी प्रेमचंद जी

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अनुभव मुंशी प्रेम चंद 2 दूसरे दिन मैंने दो तार दिये। एक पिताजी को, दूसरा ससुरजी को। ससुरजी पेंशन पाते थे। पिताजी जंगल के महकमे में अच्छे पद पर थे; पर ...

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