मानसरोवर--मुंशी प्रेमचंद जी

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सुभागी मुंशी प्रेम चंद 4 बँटवारा होते ही महतो और लक्ष्मी को मानों पेंशन मिल गयी। पहले तो दोनों सारे दिन, सुभागी के मना करने पर भी कुछ-न-कुछ करते ही रहते ...

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