प्यार तुझसे सिर्फ तुझसे किया था  ये हर साँस मेरी कहती है, पता है मुझे की इल्ज़ाम झूठा है  फिर भी रूह मेरी सहती है, अरे तू छोड़ तू ना ही ...

×