समय की मांग

1 Part

226 times read

17 Liked

छोटे थे तो नाखुन भी कोमल थे बड़े क्या हुए बाल भी नुकीले हो गए  ग्लास भी अपने से ना भरने वाले जिम्मेदारी के बोझ से फुर्तीले हो गए| अभी नादां ...

×