बख़्श दी है जान मेरी, होश में क़ातिल नहीं है

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बख़्श दी है जान मेरी, होश में क़ातिल नहीं है  कुछ कमी महसूस होती , जोश में महफ़िल नहीं है  थे कई तूफ़ान ऐसे, आप होते तो न बचते  जिस जगह ...

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