तुम दूर भले ही जाओ मगर रहो मेरी निगाहों में

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तुम दूर भले ही जाओ मगर रहो मेरी निगाहों में                ताबीज तोड़ फेको मुझे रखो अपने खैर-ख्वाहों में बहुत आसां है इन सर्द हवाओं को मात देना डरो मत,हिम्मत करो ...

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