लेखनी प्रतियोगिता -21-Sep-2022 विरह गीत

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 विरह गीत नहीं नहीं मुझको नहीं करना,  थोड़ा सा भी प्यार बावले  मन कोमल है नहीं है पत्थर , धोखे खाकर संभल सांवले। यादों की बस एक गठरिया,  मन में बसती ...

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