तुमसे लिपट चुके हैं!

1 Part

91 times read

2 Liked

हज़ारो मील के पत्थर अब कट चुके है, दूरियों के करीब जा अब सिमट चुके है,, तुम घन वन में वृक्ष हो चंदन के हे मधुवर! हम विषधारी श्याम सम, तुमसे ...

×