1 Part
327 times read
17 Liked
ईश का उपहार बेटी भी नहीं बहना भी नहीं, कैसे कहूं कि गहना हूं। पर श्रृंगार धरा का करती हूं, साजन के घर का गहना हूं। न मेरे घर में बेटी ...