मानसरोवर--मुंशी प्रेमचंद जी

270 Part

50 times read

1 Liked

चमत्कार मुंशी प्रेम चंद 2 सन्ध्या का समय था। प्रकाश ने अपने शिष्य वीरेन्द्र को पढ़ाकर छड़ी उठायी, तो ठाकुराइन ने आकर कहा, अभी न जाओ बेटा, जरा मेरे साथ आओ, ...

Chapter

×