मानसरोवर--मुंशी प्रेमचंद जी

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वेश्या मुंशी प्रेम चंद दयाकृष्ण ने पुचारा दिया, ज़ब स्त्री अपना रूप बेचती है, तो उसके खरीदार भी निकल आते हैं। फिर यहाँ तो कितनी ही जातियाँ हैं, जिनका यही पेशा ...

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