270 Part
46 times read
1 Liked
विद्रोही मुंशी प्रेम चंद इंटरमीडिएट पास होते ही मुझे फौज में एक जगह मिल गयी। उस विभाग के अफसरों में पिताजी का बड़ा मान था। मैं सार्जेन्ट हो गया और सौभाग्य ...