बनाते हैं

1 Part

154 times read

1 Liked

गज़ल शैतानों की बस्ती में, इंसान बनाते हैं। कुछ लोग अलग अपनी पहचान बनाते हैं।। जिस पत्थर को दुनिया, बेकार समझती है। वो ऐंसे पत्थर को, भगवान बनाते हैं।। बेशक वो ...

×