1 Part
376 times read
17 Liked
शाम का दीपक ************* हुई शाम अब तो दिए को मनाऊं, दिए को मनाऊं तेरी पंगत जलाऊं। हटाए तिमिर तेरी ज्योति जगमग, प्रकाशम प्रकाशम प्रकाशम फैलाऊं। ढली शाम दिनकर विदा हो ...