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लहलहाने दो इश्क़ ए फूल को डाल पे ही. तोड़ोगे तो हाथ थामने लगेगा. अभी गुम है. रंगीन ए मौसम ए बहार मे. देखोगे यूँ बार बार तो आस बाँधने लगेगा. ...