आगोश

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भरकर अपनी आगोश में तुझे निहारता रहूँ  लटें ये जुल्फों की उंगलियों से सँवारता रहूँ  खो जाएं हम इक दूजे में कुछ इस कदर पहलू में तेरी मैं सारी रात गुजारता ...

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