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मां वरदायिनी वर मुद्रा हे मां वरदायिनी श्वेतांबरी मां हे श्वेता श्री। तुझको ध्याऊं मैं अज्ञानी ज्ञान और ममता की दानी, मन का दीप हे मात जला दे तू जगदंबा तू ...