राज-सिंहासन--भाग(१५)

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अश्व पर बैठने से पूर्व निपुणनिका ने अपने खुले केशों को बाँधने की चेष्टा की तो सहस्त्रबाहु बोला.... राजकुमारी निपुणनिका इन्हें ऐसे ही खुला रहने दीजिए,आप खुले केशों में अत्यधिक सुन्दर ...

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