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गरीब आदमी हूँ गरीब आदमी हूँ मयस्सर नहीं सूखी रोटी भी जो मिलता है हलक में डाल लेता हूँ जी तोड़ मेहनत करता हूँ पूरे परिवार का बोझ ढो लेता हूँ ...