मन के मुलायम -11-Oct-2022

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कविता -मन के मुलायम  चल कर अपने जीवन पथ पर  बदला समाज अपने बल पर  निज प्यार लुटाया कर भरकर  की राजनीति खूब चढ़ बढ़कर              ...

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