2 Part
378 times read
14 Liked
तुम बात कर रहे हो मेरे दिल की गहराई की कुबूल क्यों किया सलाम किसी नजर पराई की जाने कौन सा शक बीज ड़ाल दे और पेड़ बंन जाए जुदाई की ...