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कविता ःचल वहां चलते हैं ★★★★★★★★★★★ चल वहां चलते हैं ऊंचे आसमान पर उस चमकते सितारों पर अपना आशियाना ढूढते हैं... जहाँ, न हों गम के बादल दुखों की बरसात न ...