मैं समय हूं -13-Oct-2022

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कविता-मैं समय हूं कल से कल तक ले आज खड़ा हूं हर युग हर पल कण-कण में पड़ा हूं राग रागिनी निडर निर्भय हूं घात अघात घातक प्रलय हूं     ...

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