1 Part
246 times read
19 Liked
माँग मेरी सिंदूरी हो गई, मैं सुहागन पूरी हो गई। तुझ से वो दूरियां मेरी, अब कहाँ दूरी हो गई। तेरे प्रेम से महकने लगी, मैं कोई कस्तूरी हो गई। तेरी ...