लेखनी कहानी -13-Oct-2022

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" रहूँ सुहागन सजन तुम्हारी "           ----------- लिपटी यूँ ही रहूँ प्यार से,   प्रियवर तेरे सीने में।     नहीं बता सकती तेरे संग,   ...

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