इश्क़ में आजमाईश

1 Part

334 times read

18 Liked

ज़रा सी बात थी कि तुम आजमाने निकले भुगतो अब जो उसके और ठिकाने निकले गले मिलकर ही उसने गर्दन दबोच ली मेरी निगाहें थी कहीं उसकी कहीं निशाने निकले दर्द ...

×