गहरे जख्म लेखनी कविता -14-Oct-2022

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दिया किसी ने उसे ऐसा गहरा जख्म जीने की तमन्ना अंतस से हो गई खत्म। न दवा न दुआ चाहिए,न ही दर्द पे मलहम रब ने सौगात में दिए उसकी झोली ...

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