सफ़रनामा....

1 Part

427 times read

19 Liked

क्या हुआ कांतीलाल...!  आज सवेरे सवेरे कहाँ चल दिए..!  अरे रामजी भाई बस थोड़ा बगीचे मे टहलने जा रहा था...।  क्या बात हैं आज आप बगीचे मे.... सब खैरियत तो हैं...! ...

×