आदमी मुसाफ़िर है

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आदमी मुसाफ़िर है आदमी मुसाफ़िर है, जैसे ट्रैन का एक सफ़र है। कोई किसी का न यहाँ हमसफ़र है, आज यहाँ तो कल कहाँ है। सबके जीवन का अपना एक डगर ...

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