प्रकाश - पर्व ( रुबाइ)

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प्रकाश - पर्व (रुबाइ)  ============== जीवन में अब न अंधेरा हो,  सूरज का रोज़ सबेरा हो!  मीठी - सी महक हो गुलशन में; जगमग दीपों का घेरा हो!!  ===================== ©वी. पी. ...

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