हवा

1 Part

222 times read

4 Liked

बहुत दिनों से सोच रहा हूँ तुम पर कोई गीत लिखूँ! अन्तर्मन के कोरे कागज पर तुमको मनमीत लिखूँ! लिख दूँ कैसे नजर तुम्हारी दिल के पार उतरती है! और कामना ...

×