लेखनी कहानी -27-Oct-2022

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शायरी   प्रेम न देखे ऊंच - नींच   प्रेम न जाने रीत ( रीती रिवाज ) /  प्रेम तो एक सुन्दर अहसास है मन का ,  सिंच सके तो सिंच /    ...

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