कत्लगाह खोज रहा हूं

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गज़ल मंजिल के लिए, एक राह , खोज रहा हूं। यारो में समंदर की, थाह खोज रहा हूं।। जिसके लिए मैं चाहता हूं, खुद से ज्यादा। कितनी है उसके दिल में, ...

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