मेरे चांद

1 Part

146 times read

13 Liked

तमन्ना है पहुंच जाऊ मेरे चांद के पास जो हर वक़्त खयालों में अता है ।। पहुंच कर कुछ सावल करू उससे  की रात दिन याद बन कर मुझे क्यू सताता ...

×