लेखनी प्रतियोगिता -30-Oct-2022

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सहस्रकिरणोज्ज्वल।  लोकदीप नमस्तेऽस्तु नमस्ते कोणवल्लभ।।  भास्कराय नमो नित्यं खखोल्काय नमो नमः ।  विष्णवे कालचक्राय सोमायामिततेजसे ।। हे देवदेवेश! आप सहस्र किरणों से प्रकाशमान हैं। हे कोणवल्लभ! आप संसार के लिए दीपक ...

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