मुक्तांजलि

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मुक्तक इस मादरे वतन को अभिमान दे गये। लहरा गये तिरंगा, और शान दे गये।। आजाद है ये गुलशन वीरों की बदौलत। जो भारती की खातिर बलिदान दे गये।। कष्ट सहे ...

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