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तेरे सफ़र तेरी मंजिलों की बनना चाहूं राह कभी खत्म ना हो बनना चाहूं तेरी वो चाह तेरे सुकून का मुझे ठिकाना बना ले संग मेरे चाहतों अपना आशियाना सजा ले ...